गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन के सत्र 2022-24 एवं 2023-25 के प्रशिक्षुओं ने विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया। गोष्ठी का मुख्य विषय था वर्तमान समय में बिहार में साक्षरता दिवस समारोह की सार्थकता। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डाॅ0 नीरज कुमार ने किया। विषय प्रवेश करते हुए डाॅ0 कुमार ने कहा कि बिहार की साक्षरता दर थोड़ी कम है इसे बढ़ाने की जरूरत है साथ ही कहा कि तकनीकी रूप से भी हमें साक्षर होने की जरूरत है। ये वर्तमान समय की मांग है। प्रो.सुधाकर पांडेय ने कहा कि पहले साक्षर बने फिर शिक्षित बने। प्रशिक्षुओं ने साक्षरता के महत्व के साथ इसकी आवश्यकता तथा जागरूकता पर बल दिया। सुजीत कुमार ने साक्षरता पर आधारित लोकगीत गाया तथा कुमारी ममता ने केदारनाथ अग्रवाल की कविता प्रस्तुत किया। गोष्ठी में प्रतिभा कुमारी, पुष्पांजलि कुमारी, नीलू कुमारी, अमीषा कुमारी, दिव्या कुमारी, डॉली कुमारी, सुशांत कुमार, ममता कुमारी, सौम्या झा, अंगुरी खातून, लिपि कुमारी, आदर्श कुमार ने अपने विचार व्यक्त किये। हिमरेणु कुमारी ने शिक्षा पर आधारित उक्त अवसर पर प्रो.सुधाकर पांडेय, प्रो. परवेज़ यूसुफ़, प्रो.अंजली, डाॅ0 कामायनी कुमारी, प्रो. विपिन कुमार, प्रो.अमर कुमार, डाॅ0 एस अनिथा एस, डाॅ0 अविनाश कुमार, प्रो.धनंजय कुमार, प्रो. कुंदन कूमार आदि सहायक प्राध्यापक के साथ कार्यालयकर्मी प्रकाश सिन्हा व पुस्तकालय प्रभारी आलोक कुमार उपस्थित थे। मंच संचालन सत्र 2022-24 की प्रशिक्षु शिवानी और निशांत कुमार ने किया। कार्यक्रम संयोजक प्रो.विपिन कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।