रविवार 20 जनवरी को गंगा ग्लोबल बी.एड कॉलेज में एनआईओएस के द्वारा आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर मनाया गया। दिनकर सभागार में प्रशिक्षुओं के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक सर्वेश कुमार थे। अपने संबोधन में श्री कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है लेकिन शिक्षण जीवन भर चलता रहता है। उसका अंत नहीं होता। उन्होंने प्रशिक्षुओं से अनुरोध किया कि समाज निर्माण के लिए तथा व्यक्तित्व निर्माण के लिए शिक्षा के क्षेत्र में निष्ठा एवं इमानदारी पूर्वक कार्य करें। कार्यक्रम को संस्थान के प्राचार्य तथा डी.एल.एड. प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ.एस.पी.दूबे सहित कई अध्यापकों ने भी संबोधित किया। एनआईओएस के द्वारा चलाए जा रहे डी.एल.एड. प्रशिक्षण कार्यक्रम के सह-संयोजक प्रो.सूर्यप्रताप थे। इस अवसर पर अध्यापकों को सम्मानित भी किया गया।
संस्थान के निदेशक सर्वेश कुमार का संबोधन
इस कार्यक्रम में गंगा ग्लोबल बीएड कॉलेज के प्रबंधन समिति के सदस्य श्रीजे.एन.यादव, उप-प्राचार्य डॉ.राजेश सिंह, प्रो.सुधाकर पांडेय,प्रो.अनामिका, प्रो.रुपेश,प्रो. बिनोद, प्रो.नीलम, प्रो.नीरज,प्रो.अंजली,प्रो.रश्मि,प्रो.विपिन,प्रो. कामायनी सहित सभी अध्यापकगण मौजूद थे। लगभग दो सौ प्रशिक्षुओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
गंगा ग्लोबल ज्ञान परिसर के अंतर्गत जिले के प्रथम बी. एड. कॉलेज गंगा ग्लोबल शिक्षक शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान का पाँचवाँ स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। वर्तमान और पूर्व प्रशिक्षुओं ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया । गंगा ग्लोबल समूह के निदेशक सर्वेश कुमार ने उपस्थित छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम इन पाँच सालों की उपलब्धियों पर गौरवान्वित हैं साथा ही हम अपनी कमियों से भी अवगत हैं। हमारा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है लेकिन इमानदारी, लगन और प्रयास के द्वारा हम इसे निश्चित रूप से प्राप्त कर लेंगे । हमें अपनी असफलताओं से सीखना होगा तभी हम सफलता की नई ऊंचाईयों को छू पाएंगे। स्थापना समारोह को सम्बोधित करते हुए संस्थान के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष तथा नेतरहाट विद्यालय के पूर्व प्राचार्य श्रीमान मंगलदेव ने प्रशिक्षुओं को अपना आशीर्वाद दिया और संस्थान के विभिन्न आयोजनों तथा कार्यकलापों का संचालन का दायित्व प्रशिक्षुओं के ही हाथों में देने की बात कही। संस्थान के उप-प्राचार्य डॉ. राजेश सिंह ने गंगा ग्लोबल बी.एड. कॉलेज के पाँच सालों की उत्कृष्टता की यात्रा का व्योरा एक पावर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से रखा। उन्होंने प्रस्तुति में ये बताया कि संस्थान ने इन वर्षों के दौरान उत्कृष्ट सफलता हासिल की है। एक तरफ यहाँ के प्रशिक्षुओं ने पूरे विश्वविद्यालय में दो बार गोल्ड मेडल हासिल किया वहीं संस्थान ने समाजिक कार्यकलापों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। संस्थान के प्रबंध-समिति के सदस्य जगदीश नारायण यादव, प्राचार्य डॉ एस.पी.दूबे तथा अन्य प्राध्यापकों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के आयाम” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रशिक्षुओं एवं प्राध्यापकों ने अपने पेपर प्रस्तुत किये। इसके पहले संस्थान के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। गंगा ग्लोबल विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कविता-पाठ किया । मौके पर प्रो. सुधाकर पांडे, प्रो. अनामिका कुमारी, प्रो.रुपेश कुमार, प्रो. सूर्यप्रताप, प्रो.परवेज़ युसुफ ,प्रो. बिपिन, प्रो. कामायनी, प्रो. अंजली, प्रो. रश्मि, प्रो. नीलम,प्रो बिनोद, आतिश कुमार, मनीष कुमार, अनंत, प्रकाश सहित गंगा ग्लोबल बी.एड. कॉलेज के सभी कर्मचारी और प्रशिक्षु उपस्थित थे ।
रमजानपुर स्थित गंगा ग्लोबल ज्ञान परिसर में पूर्ण नशाबंदी अभियान के तहत जनजागरण सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अभियानकर्ता बीएमपी के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय शामिल हुए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का “बिहार हो पूर्ण नशा मुक्त” सपना को साकार करने के लिए श्री गुप्तेश्वर पांडेय दृढ़ संकल्पित हैं। आयोजित सभा में श्री पाण्डेय ने “नशामुक्त होगा बिहार, जय बिहार-जय बिहार, आगे बढ़ता रहेगा मदिरा मुक्त बिहार, पूर्ण नशाबंदी होने तक जारी रहेगा हुंकार” का स्लोगन देते हुए कहा कि पूर्ण नशा मुक्ति से ही घर, परिवार और समाज का विकास संभव होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में पूर्ण नशाबंदी संदेश को लोगों तक पहुंचाते हुए कहा कि जीवन को खुशहाल बनाये रखने के लिए लोगों को नशा सेवन से बचना होगा। गंगा-ग्लोबल स्कूल तथा बी-एड कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बाहरी खतरों से तो लड़ने के लिये तो देश सक्षम है। आज का भारत 1947 का भारत नहीं है। यहअब महाशक्ति के रूप में उभर चुका है। इस संबंध मेंं उन्होंने मंच से कई ओजपूर्ण पंक्तियों कापाठ किया। पर उन्होनेंं कहा कि असली खतरा युवा पीढ़ी के दिशाहीन होने का है। जिसका कारण है कि बाहरी शक्तियाँ नशीले प्दार्थों की तस्करी कर युवा पीढ़ी के मन और बुद्धि दोनो को भ्रष्ट करने का प्रयास कर रही है। नशा के सेवन से मनुष्य का मन और उसकी बुद्धि दूषित हो जाती है जिसका प्रभाव उसके कर्म पर दिखता है । नशा जीवन का वह जहर है जो परिवार के साथ ही घर और समाज की व्यवस्था को बुरे तरीके से प्रभावित करता है। इसलिए नशापान से सभी को बचना और दूसरे को बचाना होगा। ताकि घर,परिवार और समाज का सही विकास हो और हमारा बिहार प्रगति का सोपान चढ़ता जाय। उन्होंने छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति को लेकर जागरूक करते हुए उन्हें नशापान नहीं करने और दूसरों को भी नहीं करने देने का संकल्प दुहराया। उन्होंने कहा कि बिहार को पूर्ण नशा मुक्त बनाने में छात्र-छात्राओं की भूमिका अहम है। उनके सहयोग और लगन से बिहार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
कार्यक्रम में बोलते हुए गंगा ग्लोबल के निदेशक सर्वेश कुमार ने बिहार पुलिस के महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय के प्रयासों की सराहना की तथा बेगुसराय में आरक्षी-अधीक्षक के रूप में उनके स्वर्णिम कार्यकाल को याद किया। संस्थान के प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमान मंगलदेव पाण्डेय ने भी आशीर्वचन कहे।
बी.एम.पी के जवानोंं ने एक लघुनाटक के माध्यम से नशाबंदी के दुष्प्रभाव का सजीव मंचन किया तथा गंगा ग्लोबल के छात्र-छात्राओं एवं प्रशिक्षुओं ने नशाबंदी पर अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
सभा में गंगा ग्लोबल के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों के अतिरिक्त भारी संख्या में आस-पास के लोग भी शामिल हुए। मौके पर बेगूसराय के एस.पी. सहित आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
PM Modi interacted with students on 16th Feb. at Delhi’s Talkatora Stadium. The session – “Pariksha Par Charcha”, saw over 1,400 students listening to PM Modi. He took questions related to exam stress from students from across the country.
The Ganga Global Institute of Teacher Education arranged the live telecast of this Programme for it’s faculties, trainees and students of the Ganga Global School.
Students of Ganga Global School and Trainees of GGITE watching the programme
Students of Ganga Global School and Trainees of GGITE watching the programme
Students of Ganga Global School and Trainees of GGITE watching the programme
Students of Ganga Global School and Trainees of GGITE watching the programme
Recitation of “Rashmi Rathi” by Students of GGS
Prof. Sudhakar Pandey briefing the programme before the starting of the programme